रात के बारह से ऊपर बजे थे में घबरा गया या। आवाजे भी ऐसी जैसे कोई बारह खड़ी बोल रही हो। आ ई ऊ आ ई ऊ आ ई ऊ ऐ अई मर गई मान जाऔ, मैने फोन उठाया और पुलिस को फोन कर दिया, पुलिस ने जैसे ही दरवाजा खटखटाया चारों तरफ सन्नाटा छा गया। कोई तो गड़बढ जरूर है, अचानक मालिक टॉवेल लपेटकर जब आया तो पुलिस देखकर भौचक्का सा रह गया। क्या काम है ये आवाज कैसी थी ये तुम्हारी भाभी की थी रात में चिंटू का प्लान कर रहे थे। ये खवर किसने दी बगल बाले ने इसको तो मेरी खुशी देखी नही जाती। चल भाग चल भाग यहाँ से सारा का सारा मूढ खराब कर दिया। deewana ajeet ©deewana ajeet पढना जरूर