"ये तेरा इश्क़ ही तो है, जो मेरी रूह को भी, गुलाम कर गई ! वरना यूँ छटपटाना, मेरी आदत तो न थी..!!" भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक परिणाम की घोषणा कल शाम 8 बजे तक सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें