दाग़ क्या दे देना दगा किसी को एक दाग़ नहीं क्या आसुओं के निशान एक दाग़ नहीं ज़ख्मों को कुरेद कर भर लेना क्या उन ज़ख्मों के निशान दाग़ नहीं तुम ने तो आसानी से कह दिया इश्क़ मेरी खता नहीं क्या उसके आंखों से बहता काजल दाग़ है क्या जानो तुम इश्क़ , तुम्हारे लिए इश्क़ एक दाग़ ही सही दाग़