पंख और आसमाँ नादान परिंदे हैं ये पिजरों से इनको निकालो पँख फैला कर इनको उड़ जाने दो आसमा घर है इनका परिंदो को अपने घर जाने दो। रोशनी त्रिपाठी #creationpandeya