फिर से दिन में पचासवीं बार पत्तों की सरसराहट हो या किसी की फुसफुसाहट कोई पदचाप हो या दिल का तेज धड़कना तुम्हारा ही आभास होता है तुमको जाना ही था तो पूरी तरह जाती ख़यालों में भी न आती नाहक ही न सताती तुम्हारी आहट सुनाई दी है... #तुम्हारीआहट #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi