ये शमा, ये वादिया देख तेरी याद आती है... ये जल भर खेत-खलियान देखु तेरी याद आती है... तो क्या हुआ की मौसमो ने बेरुखी कर ली सच बताऊ जान-ए-बेवफ़ा तेरी याद आती है।। एक #बेवफ़ा के @ लिए #पैग़ाम...