White मेरी रूह पर अपने वो ज़ख्म छोड़ गया ता-उम्र की जैसे अनकही कहानी छोड़ गया🌹 मरहम-ए-इश्क़ माँगते रहें सुकून के लिए मोहब्बत होने के डर से वो फ़साने छोड़ गया🌹 महफ़िलो से जो गया ठुकरा कर मुझें वो ख़ुद को पाक-साफ़ मुझें बदनाम छोड़ गया 🌹 कोई गिला भी करूँ तो कैसे उस बावफा से जाते-जाते वो मुझ पर ये इल्जाम छोड़ गया🌹 इस कदर तोड़ गया रातों का ख़्वाब "कुमार" सहर-ए-आफ़ताब मानो महताब को छोड़ गया 🌹 — Kumar✍️ ©The Unstoppable thoughts #SAD #poem #Poetry #gazal #Nojoto #nojotowriters #nojotourdu #nojotohindi #the_unstoppablethoughts