मज़बूर कुछ इस कदर मजबूर हो गया मैं जो ना कहना था वो भी कह गया मैं। मैं आपसे मिल सकूँ इस लायक नहीं ये सोचकर भीङ में भी तन्हा रह गया मैं।। #मज़बूर