मैं कैद सा पंछी हूँ तुम खुली हवा सी आजाद प्रिये, मैं जिम्मेदारीयों का मारा हूँ कैसे निभाऊं तेरा साथ प्रिये.. ©Sumit Kumar तेरा साथ प्रिये..