यादें चाहे जितनी भी ज़ालिम क्यूँ ना हों जीने की वज़ह बन जाती हैं जब भी होते हैं हम अकेले उनकी मौजूदगी का एहसास हमें कराती हैं 🔴 "दोस्तों आप लोग कोल्लब (COLLAB) करने से पहले कैप्शन जरूर पढ़ लें" 🔴 "दोस्तों यह इंडिया टॉप कोल्लब चैलेंज है" 🔴 "कोई भी हैशटैग को चेंज नहीं करेंगे" 🔴 "सब लोग अपने लिखे हुए रचना ही व्यक्त कीजिए"