नफरतों के सौदागर अभी जिंदा हैं, यह मौत का मौसम है जनाब, कफन बेचने वाले अभी जिंदा हैं, जहन में नफरतें, बदनाम फिजाओं को कर रहे हैं, वो लोग अभी जिंदा हैं! अंधेरों से मोहब्बत करने वाले, चरागों को बुझाने वाले लोग अभी जिंदा हैं! यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा जब तक मौत के सौदागर जिंदा हैं, पर, परिंदों के काटने वाले, वो दरिंदे अभी जिंदा हैं, हंसती मुस्कुराती जिंदगीयों को तबाह करने वाले लोग अभी जिंदा हैं, यह मौत का मौसम है जनाब, कफन बेचने वाले अभी जिंदा है! ©vivekpurohit कफन बेचने वाली अभी जिंदा है #Feeling #SAD #Poet #Hindi #India #Love #Nojoto #Nodiscrimination