क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं कर्तव्य पथ पर जो मिला यह भी सही वो भी सही वरदान नहीं मागूँगा, हो कुछ, पर हार नहीं मानूँगा। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता! ©Gagender singh #Quote क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं कर्तव्य पथ पर जो मिला यह भी सही वो भी सही वरदान नहीं मागूँगा, हो कुछ, पर हार नहीं मानूँगा। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,