यह आंकडे़ समक्ष रख कर मैं अपने कोट्स या पोस्ट नही बढा़ना चाहता,
मैं चाहता हूँ इसपर हर कोई सोचे थोडी़ देर,लज्जा होंगी तो अपराध खत्म करने खातिर आवाज उठायेगा ,खुद समझेगा,
#और बहनों ,माताओं आपको भी सोचना है इस पर नियंत्रण कैसे होगा क्योंकि सिस्टम,और समाज के पुरूष वर्ग आपको इंसाफ नही दिला सकते ,
आपको खुद लड़कर अपना सम्मान पाना होगा...🙏🙏🙏