क्या खूब नजर आया है चाँद, रोशनी में आज तो नहायी हैं शाम, चारों ओर बस जैसे हो रहा प्रकृति रास, आँखें भी कर रही है चाँद का दीदार, देखो ना क्या खूब छाया है आसमान पर नूर, क्या तुम्हें नहीं होता अपनी चाँद पर ग़ुरूर... सुनो! थाम लो अब तुम भी मेरा हाथ, और बन जाओ ना अपनी प्रियतमा के श्याम, इस गुलाबी शाम में चाय के जाम में, प्रेम को उतारते हैं ना कागज पर स्याही के साथ में, कुछ तुम कहो और बहुत कुछ कहना हैं मुझे आज, रुख़सती नहीं चाहते इन लम्हों को कर किनार, बस ऐसे ही अपनी बातों में बितानी है ये चांदनी रात। ©Priya Gour चाँदनी रात...क्या तुम्हें नहीं अपने चाँद पर ग़ुरूर...❣️ #चाँद #chai #ColdMoon #Ishqorchand #2020valachand... vese is saal chand hi to sbse khubsurat h 🤭😂 #29Dec 07:04 #nojotowriters #NojotoWriter #Poetry