एक वक़्त था जब मेरे पास वक़्त ही वक़्त था , वक़्त को वक़्त पर न समझने से छिन गया मेरा तख़्त था , मिला था मुझे भी मौका ऊंचाइयों को छूने का , पर न छु पाया क्योंकि मैं बड़ा कम्बख्त था , चोट नहीं लगी गिरने की मुझे , दिल का मैं बड़ा सख्त था, वक़्त वक़्त की बात है दोस्त, ये भी एक वक्त है वो भी एक वक्त था।