रिहा कर दो मुझे अपनी मोहब्बत की क़ैद से के मेरे वापिस जाने का वक्त आ गया है।। तेरे साथ बिताए उन लम्हों उन शामों के भूल जाने का वक्त आ गया है।। मुश्किल है पर करना होगा मुझे, तेरी हर याद से लौट आने का वक्त आ गया है।। सोचा था जिंदगी तेरे साथ कुछ यूं बीतेगी,पर अब इस ख्वाब के टूट जाने का वक्त आ गया है।। ये इश्क हमारा मुकम्मल हो नहीं सकता, के तेरा अब इस बात को समझ जाने का वक्त आ गया है।।। आसान नहीं है पर मानना होगा तुझे, मैं मंजिल हु किसी और की। तेरा मुझे अब भूल जाने का वक्त आ गया है!!! bhul ja❤️