यहीँ गीता भी रखते हैं यहीँ क़ुरान रखते हैं.. वतन की ख़ाक के बदले हम अपनी जान रखते हैं.. ज़ुबां से हिंदी उर्दू हों या कि हिन्दू मुसलमां हों.. दिलों में हम मगर महफूज़ हिन्दुस्तान रखते हैं।.. #republic