Love sms quotes प्रेम का आया महीना, सुन रहे थे सुन रहे हैं स्वप्न लाखों हम तुम्हारे, बुन रहे थे बुन रहे हैं। पर नियति ने लिख दिया जो, वो रहा ज़्यादा ज़रूरी। हम घरों में थे बड़े सो, घुन रहे थे घुन रहे हैं। ©सूर्यप्रताप स्वतंत्र #कवित_संगम