दूसरे के साथ देख कर तुम कुछ कह नहीं पाओगे, ये एक तरफा इश्क ही है जो तुम सह नहीं पाओगे, बाते शायद हो भी जाए उनसे, पर वो तुम्हें जान नहीं पाएगी, जरूरत जब तुम्हें उनकी होगी कमबख्त वो तुम्हें पहचान नहीं पाएगी, बिन उसके तुम रह भी नहीं पाओगी ये एक तरफा इश्क ही है जो तुम सह भी नहीं पाओगी #second #you #love