मेरी जिंदगी में एक तेरा ही अफसाना है पा लू एक बार तुझे फिर न गवाना है तू ही है सुरूर मेरी बातों का गुरूर मेरा तेरे बारे में ही लिखा हर एक फ़साना है मुझको यही बताना और कुछ न जताना है तेरे बिन खुश रहना लगता एक बहाना है न जाने कितनी राते बस काटी तेरी यादों में तीन साल हुआ एकतरफा रिश्ता ये पुराना है मुझे सब है बताना और करनी है तेरी बात नही करनी मुझे किसी से मुलाकात खामोशी से लिख दी मैंने तेरी किताब और किस तरह दूँ मैं अपने प्यार का हिसाब मेरी जिंदगी में एक तेरा ही अफसाना है.... चलो हम बताते तुम्हे क्यों है इतना चाहते तेरी आँखों मे देख दो पल वही ठहर जाते फिर यही सोच पाते कि तेरी बालो के साये में बची-कुची हुई अपनी ये जिंदगी बिताते हम दूरिया मिटाते फिर बच्चो को सुनाते तेरी माँ जब रूठती तो उनको कैसे थे मनाते हम यही कहना चाहते तुम्हे दिल से है चाहते हर रात यही बातें हम खुद से दोहराते तुम मेरे मन की आखिरी उम्मीद हो आखिरी है ये शब्द आखिरी गीत हो दिल मे बसने वाली तुम मेरी एक प्रीत कभी न खत्म हो ऐसी तुम चलने वाली रीत हो #फ़साना 1st Half