अफ़साना हमारी मोहब्बत सिर्फ अफसाना रह गई, परियों की कहानी सा फसाना रह गई, चंद आँसू थे भाव भी हास्य था रोमाँच भी, ये मोहब्बत एक पिक्चर का मसाला रह गई, हमारी मोहब्बत सिर्फ अफसाना रह गई, कभी मुश्किलें थी तेरे सामने, कभी हम मजबुर थे, इसी पशोपेश में अलग अलग दोनों की शादी हो गई, हमारी मोहब्बत की दास्तान याद बच्चों को भी जुबानी हो गई।। #अंकित सारस्वत# #अफ़साना