कहा मैंने ज़ोर देकर पति देव को, गाड़ी लेंगे तो बुलेट ही,वरना देखो। शोरुम पहुँचे तो पता चला, वेटिंग लिस्ट में अपना नाम है भाई, पतिदेव ने ये बात सुन,गुस्से में अपनी बौंहे चढाई। कहा काम पर मैं रोज़ कैसे जाऊँगा? रिक्शा की लाईन में खड़ा हो क्या समय गवाऊँगा? पुरानी गाड़ी तो बिकवा दी,नयी गाड़ी के चक्कर में, अब कहती हो फोर व्हीलर ले जाओ,मुंबई के ट्रैफिक में मैंने भी बात मान उनकी,दूसरी गाड़ी के लिए हाँ कर दी लेकिन बुलेट की सवारी,अब भी दिमाग से ना उतरी। कहा पतिदेव से भाँजे की बुलेट ही माँग लाओ, बैठ उसपे घूम आँऊ,थोड़ा मन शाँत कर पाँऊ।। खुद भी बैठ चलाई, फोटो वोटो भी खिंचाई, लेकिन प्यार बुलेट के लिए अब तक दिल से ना निकाल पाई।। "बुलेट" की सवारी, लगती है सबको न्यारी। करते है सब मेहनत और चलाने की तैयारी। "आईए जुगलबंदी कीजिये इस वाहनात्मक छवि व वाक्यांश के साथ और बताईये आपको कैसी लगती हैं बुलेट की सवारी आपके स्वप्न के बारे में" "कॉलेब करने के बाद कमेंट बॉक्स में 'संपन्न'/'Done' लिखना न भूलें"