दिल में जो बातें हैं अब तक दबीं, आँखों में अश्कों की अब तक नमी, कहना था बहुत कुछ रही अनकही, क्या था गलत और क्या था सही। बहुत कर ली मैंने दिल से शराफ़त, बदल तो ना जाएगी मेरी हक़ीक़त, लिख दो मेरे ख़ून से मेरी वसीयत, मर जाने की कर लो ख़ुदा से इब़ादत। जलते मेरे दिल की बस ये दुआ है, अब साँसों में बस धुआँ ही धुआँ है, ज़िन्दगी ही मेरी बस एक जुआ है, मैं भूल नहीं पाता जो कुछ हुआ है। कर लो मेरा नाम आशिक़ में शामिल, अधूरा मेरा इश्क़ हो सका ना कामिल, ये आख़िरी करो पूरी तुम मेरी तामील, मिलना हुआ तो हम जाएँगे ही मिल। ऐतबार हो मुझपे तो आँसू ना बहाना, नहीं है शिकायत नहीं है यह ताना, दिल तो बस चाहे तुम्हें फ़िर से पाना, इश्क़ हो ग़र मुझसे तो लौट आना। दिल में कई बातें हैं अब तक दबीं, कहना है बहुत कुछ जो रही अनकही।। #yqpoetry #yqdidi #yqlove #sad #broken #brokenheart #raatkakavi #dkchindi