Nojoto: Largest Storytelling Platform

निसाब के बदलाव की गरज समझिए, पढ़े-लिखे को रोजग

 निसाब के बदलाव की 
गरज समझिए,  
पढ़े-लिखे को रोजगार से 
मोहताज ना कीजिए।  
सिखाइए हुनर और 
जिंदगी के सबक साथ में,  
बस डिग्रियों का नहीं, 
काबिलियत का भी लिहाज कीजिए।

©Balwant Mehta
  #BooksBestFriends #syllabus