जनता हूं तेरी इस रंगीन दुनिया मे मैं इतना खास तो नही तेरे लौटकर आने की उम्मीद तो कबकी खत्म हो चुकी, तेरे बदलने की दिल को कोई आस भी नही, हर रोज सोचकर सोता हूं की भूल जाऊ तुम्हे, आज फिर खफा हूं खुद से, देखो कहीं तुम्हारे पास तो नही ©@Saini shayar #WoNazar नीति.......