दूर जाने से ये प्यार घटता नहीं हैं दूर जाकर तड़प और बढ़ जाती है चिपके चुम्बक का आवेश दिखता नहीं दूर होने में इसकी झलक आती है चाँद पलकों से अपनी उतरता नहीं पास से दाग उसमें भी दिख जाते है दूर होकर तेरी याद जाती नहीं पास आते ही फरियाद बन जाती हैं दूर दो तीर नदिया के है जब तलक धार मिलते ही उनके फिर थम जाती है #दूरी #loveindistance