रिश्तों को कुछ मोल दो। जो जी रहे हैं तुम्हारे लिए उनको कुछ शब्द प्रेम के बोल दो। ना करो छल कपट उनके साथ तुम राज ह्रदय के खोल दो। जीवन में कुछ ही रिश्ते है जो सुख और दुख के साथी है तुम उन्हें न सबसे तोल दो। मन की गिरहा खोल दो।। रिश्तों को कुछ मोल दो जो जी रहे हैं तुम्हारे लिए उनको कुछ शब्द प्रेम के बोल दो ना करो छल कपट उनके साथ तुम राज ह्रदय के खोल दो जीवन में कुछ ही रिश्ते है जो सुख और दुख के साथी है तुम उन्हें न सबसे तोल दो