मुझे बेबस दिलों में पल रहे अरमान लिखने हैं ग़रीबों के घरों के दर्द और तूफ़ान लिखने हैं कभी मौक़ा मिलेगा तो प्यार की बात कर लूंगा अभी तो फुटपाथ के सिमटते हुए इन्सान लिखने हैं. ©Vijay Kumar #Footpath