मुझे आज भी छत का वो कोना ही अच्छा लगता है जहां से बैठ कर मैं चांद को देखती हूं क्योंकि तब मुझे चांद की खुबसूरती अच्छी लगती थी और अब खुद को चांद में ढूंढती हूं मैं । सुप्रभात। हर व्यक्ति का जीवन को लेकर अपना नज़रिया होता है, अपना फ़लसफ़ा होता है। #फ़लसफ़ा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi