इस दीवाली घर की ही नहीं, दिल की भी सफाई की जाए किसी को माफ़ करें, तो किसी से माफ़ी मांग ली जाए दिल के किसी कोने में जो अनकहे से एहसास दबें है उन्हें अपने होठों तक लाया जाए अपनों से बात करें, ताकी वो भी अपनी बात कह पाए इस दीवाली घर की ही नहीं, दिल की भी सफ़ाई की जाए अपनी ख्वाहिशों पर जो ताला लगा रखा है तानो के डर से उसे तोड़ कर खुशियों का दरवाज़ा फिर खोला जाए देखना किसी कोने में एक उम्मीद सोई पड़ी होगी उसे उठा कर, दिल में फिर जगाया जाए बचपन में जो देखे थे सपने, खुद के लिए उनके लिए एक ही सही, पर कदम बढ़ाया जाए इस दीवाली घर की ही नहीं, दिल की भी सफाई की जाए #Diwali_Special ©Versha Rajvansh #VershaRajvansh #Diwali