Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक रोज़ उम्मीद है वो फरियाद करेगी हाँ मै जानता हूँ

एक रोज़ उम्मीद है वो फरियाद करेगी 
हाँ मै जानता हूँ वो फिर याद करेगी

उसकी खवाहिशे बड़ी अजीब सी हैं
 सारी ज़िन्दगी खुद पर तज़ाद करेगी

मैं उसे न उम्मीद नहीं होने दूंगा
 भले ही वो मुझे फिर बर्बाद करेगी

कुछ अलग ही अंदाज़ है उसकी तबियत का
 पहले शिकायत और फिर फ़साद करेगी

कुछ मासूम है और खुदी से अनजान
 उसके सिवा कहाँ कोई हमें शाद करेगी

नहीं कोई उसके जैसा दीवानी है सारिम
अन्न बन रहेगी पर ज़िन्दगी वही आबाद करेगी

©Mohammad sarim #mohabbat #Wafa #qurbat #Love #ummid #Poetry #ghazal
एक रोज़ उम्मीद है वो फरियाद करेगी 
हाँ मै जानता हूँ वो फिर याद करेगी

उसकी खवाहिशे बड़ी अजीब सी हैं
 सारी ज़िन्दगी खुद पर तज़ाद करेगी

मैं उसे न उम्मीद नहीं होने दूंगा
 भले ही वो मुझे फिर बर्बाद करेगी

कुछ अलग ही अंदाज़ है उसकी तबियत का
 पहले शिकायत और फिर फ़साद करेगी

कुछ मासूम है और खुदी से अनजान
 उसके सिवा कहाँ कोई हमें शाद करेगी

नहीं कोई उसके जैसा दीवानी है सारिम
अन्न बन रहेगी पर ज़िन्दगी वही आबाद करेगी

©Mohammad sarim #mohabbat #Wafa #qurbat #Love #ummid #Poetry #ghazal