White वाणी की मिठास से,जीते जाते हैं दिल कहीं..! और कहीं जंग को,प्यार में बदला जा सकता है..! कितने भी घिरें हों,मुश्किल हालातों से..! धैर्य अपना कर,आसानी से निकला जा सकता है..! वक़्त है धीरे धीरे,बह जाता है रेत की तरह..! पर चिन्तामुक्त रह कर,ज़माने में संभला जा सकता है..! तक़दीर का खेल है,तस्वीर किसी की कभी भी..! उज्जवल भविष्य अकस्मात्,जग को अकेला जीता जा सकता है..! पर नियति ये कहती,कर्म की पराकाष्ठा रहती..! अच्छे व्यवहार से ही विचारों को,जीवन में भला पाया जा सकता है..! सत्मार्ग और सत्संग के,माध्यम से ही जग में..! अनीति और बुराई को,अच्छाई के पथ पे धकेला जा सकता है..! ©SHIVA KANT(Shayar) #love_shayari #waanikimithas