न हिन्दू न मुस्लिम कोरोना महामारी में सभी बडी अजीब रंजिश में हैं, न मिल रही है कब्रिस्तान में , न मिल रही शमशान में जगाह। जाने क्यूं तूअपने पास बुलाने की साज़िश मेंहै। सांस लेने को मिल नही रही। सारी दुनिया बडी अजीब रंजिश में है। सांसें बदिश में है। ©meena #सासें बंदिश में है। #Nodiscrimination