जमी का एक इशारा पाकर..! फ़लक़ बरसा बहुत बरसा था..!! तेरे मेरे बीच मे एक फासला हैं.! फिर भी सबके लबों पर मेरा चर्चा था..!! मैंने ही छोड़ा था कभी तुमको..! आज मैं ही तुम्हारे लिए ख़ूब तड़पा था..!!