पत्थर का मुक़द्दर महोब्बत में कुछ ऐसा हजूर हुआ पत्थर शीशे से टकराया पत्थर ही चूर चूर हुआ जो तूने दिया वो दर्द ही सही लफ़्ज इसी दर्द को बेच कर तो मशहूर हुआ!!!