तेरे दिल में है अब मेरा ठिकाना, दूर अब तू मुझसे ना जाना। नहीं जी पाएँगे हम तुझ बिन, तुझे ही दिल से हमने अपना माना। ।। प्यार का पैमाना।। जग ज़ाहिर हो गया अब मोहब्बत का फ़साना, मेरे 'हर लफ्ज़ में हो तुम' कह रहा है ये ज़माना। ज़ुबाँ से ज़ाहिर करने की ज़रूरत होती है कहाँ, मेरे चश्मों से छलक जाता है 'प्यार का पैमाना'।