अंगारों मैं जल रहें हैं ना जानें हम किस तरह चल रहे हैं आस्तीन जो उठाकर देखी इस में कितने शाप पल रहे हैं किस पर करें भरोसा हम जिस को देखें वोही अपना बनकर छल रहें हैं ,,,,,,,,,,, सुरेन्द्र लोहोट 05/03/2022 ©surender kumar #Lohri raksha yadav