Alone ये कैसा तूफ़ान हैं ? हिम्मत से बड़ा इंसान हैं कल्पनाओं का म्यान हैं छोटी कलम की शान हैं !! ये कैसा तूफ़ान हैं ? ख़ुद में ढलता, बढ़ता गया बारम्बार छला जीवन ने एक पल को भी न रुका मुस्काता मंजिल को चला गया ये कैसा तूफ़ान हैं ? पीठ पीछे होती तारीफ़ मुंह मिले होती बुराई निराशा ज़रा भी न आई आशा की ऊंची छलांग लगाई ये कैसा तूफ़ान हैं ? दर बदर की ठोकर खाया दर्द अपना बयां न कर पाया हर दम हिम्मत को हुंकारा चलने को आतुर रहा हरदम दुबारा ये कैसा तूफ़ान हैं ? ©Chandan Ki kalam ये कैसा तूफ़ान है? #हिम्मत #बड़ा #इंसान #तूफ़ान #al