स्याही कुछ थोड़ी, कलम छोटी है मेरी पर दो शब्दों में लिख दूँ कहानी उसकी पूरी कुरबानी का चोला था, और दुल्हन उसकी आज़ादी , कुछ मुर्दो पर जान फूकने, हसकर झूल गयी सूली पर 23 साल की भरी जवानी ✍️ Ashu ©Ash V tribute to #bhagatsingh #inquilabi