चल न चले बस्ते लिए फिर से स्कूल जहां ना हो दुनिया का शोर और जिम्मेदारीयों से कुछ दुर, बैठे उस मेज पर जहां वक्त ने मुझे एक तोहफा दिया घर से दूर पर तुझ जैसा एक यार दिया, पता है मुझे कि वो पल नहीं आएंगे पर शायद यादें फिर से दशतक दे जाए।। #when_memories_get_revised..