खुश हूँ क्यूंकि, खुश हूं क्योंकि हर तरफ खुशी ढूंढता हूं, गम हो चाहे जितने भी,बुलंद हौसला रखता हूं, भीड़ हो या रहे तन्हाई, खुद को हमेशा मोटिवेट करता हूं, चाह है जीतने की मुझमें, इसलिए तो खुश रहता हूं। #खुश हूं #क्योंकि हर तरफ खुशी ढूंढता हूं, गम हो चाहे जितने भी,#बुलंद #हौसला रखता हूं, #भीड़ हो या रहे #तन्हाई, खुद को हमेशा #मोटिवेट करता हूं, चाह है #जीतने की मुझमें, इसलिए तो खुश रहता हूं।#vichar #कविता