मैंने देखा है टुकड़ों में निकलने वाला चांद भी पूरा हो जाता है एक रोज़ । पृथ्वी सूरज के चारों ओर घूमती रहती है और एक रोज़ उसका चक्र भी पूरा हो जाता है । नदी भी तो पूरी कर लेती है अपनी यात्रा और मिलती है समंदर से । ईश्वर ने अपनी सृष्टि में अपने हर सृजन को पहुंचाया उसकी पूर्णता तक । मैं इंतज़ार में हूं इंतज़ार के ख़त्म होने तक !!❤️ #तुम्हारे_लिए ©S.K.Rishi #Death