Nojoto: Largest Storytelling Platform

लगता है सख्त चादर ने रेशम से चेहरे को ढँक रखा है

लगता है सख्त चादर ने रेशम से चेहरे को ढँक रखा है 
इसलिए अंधेरा है शायद इसलिए रात हो गयी है 

बेसुध सा शायर अब क़सीदे पढ़े भी क्या उनके हुस्न के 
दो निगाहों के नजर पूरी कायनात हो गयी है 

कलम भी मुस्कुरा रहा पन्नों को चुमकर 
उनको लिखना जैसे कोई सौगात हो गयी है 

देखो शुरुवात हो गयी है... 

@prakash_writes_04 #शुरुवात
लगता है सख्त चादर ने रेशम से चेहरे को ढँक रखा है 
इसलिए अंधेरा है शायद इसलिए रात हो गयी है 

बेसुध सा शायर अब क़सीदे पढ़े भी क्या उनके हुस्न के 
दो निगाहों के नजर पूरी कायनात हो गयी है 

कलम भी मुस्कुरा रहा पन्नों को चुमकर 
उनको लिखना जैसे कोई सौगात हो गयी है 

देखो शुरुवात हो गयी है... 

@prakash_writes_04 #शुरुवात
prakash4355

prakash

New Creator