ए ..मोहब्बत तुम गुलाब बन जा तुम कलम बन जा शाई बन जा कागज बन जा लफ्ज बन जा किताब बन जा रोशन चांद कि चांदनी बन जा इन हवाओं कि लहर बन जा दिल बन जा दस्तक बन जा रुह बन जा आंखे बन जा अश्क बन जा बासुरी कि धुंद बन जा किस्मत कि किस्मत बन जा तुम इश्क बन जा पत्थर बन जा आत्मा बन जा तुम शिव बन जा और कुछ न सही तुम मोहब्बत का सुकुन बन जा............ ©SUREKHA THORAT #ए मोहब्बत