तुम ना होते तो कैसे एहसास कर पाते हम पाक प्रेम को तुम ना होते जो ,कौन विशाल हृदय में इस कलुषित मन को समाता तुम्हारे साथ को पाकर बने हैं हम थोड़े सजल और सात्विक ललाट पर गंभीरता लिए गमों को छिपाये प्रेम का सागर रखते हो मुझे हर बार सह लेते हो ..... मेरे ज़ख्म भी प्रेम से खुद में रख लेते हो..... अधीर होता उर जो तो आंखों से नीर झरते हैं..... हृदय को पत्थर ना बना ..... प्रेम के पुष्प भावों में ही खिलते हैं.... बड़ी तकदीर से तुम जैसे रहनुमा मिलते हैं #रहनुमा #nojotohindi #Nojoopoetry #nojoto✍✍ indira आशुतोष यादव Anshu writer Anshula Thakur Adv. Rakesh kumar soni Puja Kumari✍️