नवरात्रि तृतीय दिवस : माँ चंद्रघंटा ~°~°~°~°~°~°~°~°~°~°~°~°~°~ यथार्थ है कि सदा जगजननी, दुर्गा हम सब में बसती हैं, कभी रोती दुःख सहकर तो कभी, सुख पाकर हंसती हैं। जब तक मन में शेष ममता का भाव हो, तब तक मौन रहें, जब अभद्रता के अति की भी अति हो जाए, तो प्रतिकार करें। कभी मुस्कुराकर निज जन मानकर, वो हर एक कष्टों को सह लेती हैं, तो कभी मर्यादा की सीमा लाँघनें पर, दानवी विचारों को संहार देती हैं। -रेखा "मंजुलाहृदय" 🕉 ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #navratri #3rd day #चंद्रघन्टा #नवरात्रि #navratri2020 #Rekhasharma #मंजुलाहृदय #औरत #दुर्गा