यह वतन तुम्हारे हवाले, तुम वतन के हो,रखवाले, अमन शांति तुम, देनेवाले। यह गुलाब सा चमन, अब तुम्हारे हवाले, कर लो गुलाब स्वीकार। कांटे बनकर करना रक्षा, गुलाब सा चमन हमारा। सदा महकता रहे, वतन हमारा। #रखवाले#