खामोशियों का अपना एक अलग अंदाज होता है निगाहे बोलती है दिल बेजुबा सा होता है हम निगाहों की बातों को यूंही छुपाते रहे पलकों से अपने जब आंसुओं का सैलाब इन आंखों से निकल आता है अब खामोशियां भी दम तोड़ती हुई नजर आने लगी मुझको जब उस शख्स का दीदार इन आंखों को होता जाता है ©Roshni keshari #sunkissed