उनकी ओर से आई थी, प्यार का पैग़ाम लाई थी, उन्हें इल्म भी नहीं हमारे होने का, पर ये हवा उनकी खुशबु संग लाई थी , इसे भी इल्म है मेरे प्यार का, बस यही सोच कर मुस्करा दिए हम, कि ये बहती हवा ही उन तक जाएगी, उन्हें हमारी मोहब्बत का पैग़ाम सुनाएगी। हम अक्सर पार्कों में, खुली जगहों पर जाते हैं मगर वहाँ रहते नहीं। #हवाकहरहीथी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi