White उसकी यादों में ऐसे भी हद से गुजर जाता था मैं । आंखें खुली रहती थी, और मर जाता था मैं ।। अपनी आँखों के सामने खो दिया , मैंने वो शख्श , जिसको ख्वाब में भी खोने से डर जाता था मैं ।। मुझसे जुड़ी हुई थी, चार लोगों की खुशियां घर में , अंदर जाने से पहले, अपने आंसू पोंछ कर जाता था मैं ।। ©Vimal Kumar Nadaan #Sad_Status #MyPoetry #SAD #Life #Love #Trending #shayri Shweta Srivastava Gargi शायरी हिंदी में